कब जाने अलखशक्ति के आने का,पैगाम आ जाये
कब जाने किस भक्त का , भाग्य संवर जा जाये
आओ सब प्रभु भक्ति में , ऐसे रम जाये
भक्त और भगवन के बीच , वक्त थम जाये
ऐसे करे भक्ति की भगवन को गुमान हो जाये
साफ़ कर लो सब दिलों को,तुम इंसानी फरिश्तों!
क्या जाने कब अलखशक्ति का , पैगाम आ जाये
कब जाने किस भक्त का , भाग्य संवर जा जाये
ये धरती बने स्वर्ग , हर किसी को मिले मोक्ष
मिट जाये इस धरती से, धर्म-जाति सब दोष
मन मंदिर परमशक्ति का , परमधाम बन जाये
साफ़ कर लो सब दिलों को,तुम इंसानी फरिश्तों!
क्या जाने कब अलखशक्ति का , पैगाम आ जाये
कब जाने किस भक्त का , भाग्य संवर जा जाये