Sunday, May 1, 2011

भगवन भक्ति

साफ़ कर लो सब दिलों को,तुम इंसानी फरिश्तों!
कब जाने अलखशक्ति के आने का,पैगाम आ जाये
कब जाने  किस  भक्त  का ,  भाग्य संवर  जा जाये

आओ  सब  प्रभु  भक्ति  में ,  ऐसे  रम जाये
भक्त  और  भगवन के बीच , वक्त थम जाये
ऐसे करे  भक्ति  की भगवन को  गुमान हो जाये
साफ़ कर लो सब दिलों को,तुम इंसानी फरिश्तों!
क्या जाने कब अलखशक्ति का , पैगाम आ जाये
कब जाने  किस भक्त का ,  भाग्य संवर जा जाये

ये धरती बने स्वर्ग , हर किसी को मिले मोक्ष
मिट जाये इस धरती से, धर्म-जाति सब दोष
मन मंदिर परमशक्ति का , परमधाम बन जाये
साफ़ कर लो सब दिलों को,तुम इंसानी फरिश्तों!
क्या जाने कब अलखशक्ति का , पैगाम आ जाये
कब जाने  किस भक्त का ,  भाग्य संवर जा जाये