Thursday, December 9, 2010

सत्य शिव ओउमकार


उस ओउमकर  अखिल  आधार को  जिसने  पहचान लिया
उसने  उस  परम्ब्रहम  परमपिता  परमेश्वर को जान लिया


हे !  भूतनाथ  स्वयंभू   अखिलेश  तुम   ही हो   विश्वविधाता
तुम्ही  हो  निर्गुण निरंजन न्याय नियंता  हमने  मान लिया


सर्वशिरोमानी  श्री सदाशिव  ओउमकार  ही तो  जीवनसार  है 
जिसने  भक्त का जीवन भवसागर से  पार कराना  ठान  लिया


हे  कृपालु  करूनानंद !  तुम   कर्महीन   अकर्ता   पूर्णानंद
अभयदानी  अद्वितीय  सर्वशक्तिमान  सबने  जान  लिया

No comments:

Post a Comment