Sunday, November 7, 2010

अमन ए जेहाद

अमन ए जेहाद
धरती पर इस्लाम का मुशर्रफ़ क्या है काम
इस्लाम मिशन तेरा मंगल पर आएगा काम
अभी फूल खिला नहीं , तू उससे जा मिला
जेहाद का जाम तूने , उसे दिया   पिला
बना दिया उसे आतंकवादी  , जो है बुरे काम का आदी
अमन में खलल डालेगा , कहेगा सब अल्लाह की मर्जी
ओसामा! सामान लाद , तालिबान भी ले जा संग
धार्मिक उन्माद तेरा, बस मंगल पर लाएगा रंग
इंसानियत कुदरत का धर्म, सबकी एक ही धरती,एक ही सूरज-चंदा
कुदरत के सब एक से बन्दे, तू क्यों नहीं बनता नेक बन्दा
मंगल पर जब धरती के सारे धार्मिक जेहादी जाएगें
अपनी शापित धरती से फिर हर कष्ट दूर हो जायेंगे
फिर धरती पर केवल एक ही धर्म रहेगा
मानवता का मंदिर मस्जिद गिरजा गुरुद्वारा बनेगा
फिर मंगल पर जब धार्मिक दंगल चलेगा
किसी रोज धूमकेतु मंगल को मंगल करेगा
हो   जाएगा   ब्रह्माण्ड   से   सब   दुष्टों   का नाश
सारे ब्रह्माण्ड पर हो जाएगा मानवता का राज

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