Saturday, November 6, 2010

माँ की कृपा


राजा, रंक, फ़कीर सब  माँ तेरे दर आते 
जय माता दी गाते गाते दर्शन तेरे पाते

तू सबकी झोली माँ ,खुशियों से भर देती
बदले में माँ सबसे  नारियल चुन्नी लेती 

तेरी क्या  शान निराली है
तू  मेहरा   पहाड़ा  वाली है
तू सबके दुःख हरने वाली है
दुष्टों का नाश करने वाली है

जोर से बोलो   जय माता दी
मिलकर बोलो जय माता दी

मैं भी तेरे दर आई माँ ,मेरी झोली भी भर दे
तू है जग की माता , तू सबकी  झोली भर दे 

तेरे शरण में आई  माँ , मेरी आस  तू  पूरी कर दे
जनम-२ की प्यासी अँखियाँ तेरे दर्शन को तरसे

दे दे अंधे को आँख , दे कोढ़िन को काया 
सब बाझँ को पुत्र दे ,माँ निर्धन को माया 

पूरी कर दे सबकी आशा ,  माँ  चिंतपूर्णी माता 
सबको सबकुछ मिल जाता जो तुझको ध्याता  
जोर से बोलो   जय माता दी
मिलकर बोलो जय माता दी


तेरी क्या  शान निराली है
तू  मेहरा   पहाड़ा  वाली है
तू सबके दुःख हरने वाली है
दुष्टों का नाश करने वाली है


जोर से बोलो   जय माता दी
मिलकर बोलो जय माता दी


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