Saturday, November 6, 2010

श्री कृष्ण

मेरी तृष्णा , मेरी तृष्णा , बस मिले कृष्णा

मेरे दिल में क्यों  तूने प्रेम जोत जलाई?
मेरे दिल में तूने आस मिलन की जगाई
श्याम  आके  मोहे  तू  दरस  दिखा दे
फिर बिछड़े न कभी आज यूं मिला दे
ओ कृष्णा , ओ कृष्णा   है  ये मेरी  तृष्णा
मेरी तृष्णा ,मेरी तृष्णा ,बस मिले कृष्णा

माया   जग  में  तो  , मति  है  भरमाई
तेरी चाहत  मुझको , कहाँ तक ले आई
अब तो फर्क मिटा दे ,मोहे दर्श दिखा दे
ओ कृष्णा , ओ कृष्णा  है ये  मेरी  तृष्णा
मेरी तृष्णा,मेरी तृष्णा ,बस मिले कृष्णा


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