Saturday, November 6, 2010

नादाँ दिल


दिल है नादाँ    अरे नादाँ  ! तू इसे यूं न दुखा
दिल में बसता खुदा , जा के आजमा तू जरा

दिल कोई चीज नहीं जो ,   सरे बाज़ार बिकती है
दिल है आइना जिसमे महबूबे तस्वीर दिखती है
कुछ भी कहने से पहले  , सुन तू दिल की सदा

दिल है नादाँ    अरे नादाँ  ! तू इसे यूं न दुखा
दिल में बसता खुदा , जा के आजमा तू जरा


दिल कोई खेल नहीं   जो हर कोई खेल सके
दिल है महबूब का घर दिल तू नज़र कर दे
दिल को करके नज़र , देख तू महबूबे खुदा

दिल है नादाँ    अरे नादाँ  ! तू इसे यूं न दुखा
दिल में बसता खुदा , जा के आजमा तू जरा



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