Saturday, November 6, 2010

श्रद्धा



भारत की महानता को  जग सारा है जानता
अध्यात्म चिंतन मनन को जग है बखानता

श्राद्ध में श्रद्धा ,पेड़,सूरज,चाँद,तारों में है श्रद्धा
मंदिर, मस्जिद, गिरजा, गुरुद्वारों में है श्रद्धा
पत्थर में भगवान,कब्र में पीरानी हुकूमत को मानता
भारत की महानता को तो जग सारा है जानता

श्रद्धा का अभाव  भले  मानव में मानव के प्रति हो
परमात्मा में श्राद्ध मानव के ह्रदय रसातल तक है
पत्थर में हर सूरतेहाल  विधाता को है निहारता
भारत की महानता को तो जग सारा है जानता

रीति-रस्म-रिवाजों के  मकड़जाल में फंसा मानव
है श्रद्धा से भरपूर,पर है क्यों इंसानियत से बड़ी दूर
जग भी नहीं रहा अछूता  जग में है धर्मान्धता
भारत की महानता को तो जग सारा है जानता

भारत की महानता को  जग सारा है जानता
अध्यात्म चिंतन मनन को जग है बखानता

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