कलयुग का महापंडित
रावण क्यों महान था ? रावण क्यों महान है?
कलयुग में है सर्वश्रेष्ठ , दुनियां क्यों अन्जान है
कोई भी किसी बहन के साथ जब लखन सा व्यव्हार करेगा
भाई बहन के पवित्र बंधन का, कोई भाई कैसे परिहास सहेगा
मर्यादा रघुकुल की खंडित कर, लक्ष्मण ने सुपर्न्खा की कटी नाक
नारी सरंक्षण मर्यादा तोड़कर, लक्ष्मण ने रघुकुल रीति रखी यूं ताक
माता सीता को हर कर भी , रावण ने मर्यादा कहाँ लांघी ?
दुराचारी कहलाकर भी रावण सद्चरित्र का सदा रहा भागी
क्या आज का मानव मर्यादा की परिभाषा को जानता है ?
धन ऐश्वर्य पाने के लिए,मर्यादा की हर सीमा को लांघता है
जब सतयुग में है राम आदर्श तो कलयुग में है रावण प्रणेता
काम क्रोधी मद लोभी प्राणी , रावण से सीख क्यों नहीं लेता
No comments:
Post a Comment