Saturday, November 6, 2010

माँ


माँ क्या होती है , माँ तो माँ होती है
माँ  जाँ  होती है , माँ  जहां  होती  है 

जिससे पंचतत्वों का संचार होता है 
जो केवल जीवन का आधार होती है 
माँ  जाँ  होती है , माँ  जहां  होती  है 

माँ  ईश्वरीय  शक्ति  है , माँ  ईश्वरीय  भक्ति  है 
माँ दया का सागर है ,माँ ममता की गागर है
माँ  जाँ  होती है , माँ  जहां  होती  है 

माँ है मंदिर,माँ मस्जिद,माँ गिरजा गुरुद्वारा है
माँ  का  आँचल  ही  तो  यारों , स्वर्ग  हमारा  है
माँ के कितने ही रूप है उसका एक ही स्वरुप है 
ममता जिसका आँचल , आँखें  शक्ति  स्वरुप है
माँ क्या होती है , माँ तो माँ होती है
माँ  जाँ  होती है , माँ  जहां  होती  है 


रखे जो पल पल की खबर , वो है माँ की नज़र
माँ  की  हर  दुआ , करे  दवा  की  तरह  असर
माँ मन्त्र भी है , माँ तंत्र भी है
माँ तो सर्वत्र है , माँ जंत्र भी है 
माँ क्या होती है , माँ तो माँ होती है
माँ  जाँ  होती है , माँ  जहां  होती  है 


जप  ले  प्राणी  अभी , मोक्ष  मिलेगा  तभी
माँ ही परमात्मा है ,हममे जिसकी आत्मा है
माँ क्या होती है , माँ तो माँ होती है
माँ  जाँ  होती है , माँ  जहां  होती  है 


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